
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज की सेकंड ईयर की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है और Durgapur Medical College में पढ़ाई कर रही थी।
पीड़िता के पिता ने बताया कि रात करीब 10 बजे उनकी बेटी की एक सहेली ने उन्हें कॉल करके इस दर्दनाक घटना की जानकारी दी। उनका कहना है कि उनकी बेटी को एक सहपाठी खाना खाने के बहाने बाहर ले गया, लेकिन जब कुछ और लड़के वहां पहुंचे, तो वह भाग गया और बाकी लोगों ने गैंगरेप को अंजाम दिया।
सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
यह घटना रात 8 से 9 बजे के बीच की बताई जा रही है। पीड़िता हॉस्टल से काफी दूर थी और इलाके में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। घटना के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, जिससे परिवार में गहरा आक्रोश है।
पीड़िता के पिता का बयान
“मैं खुद डॉक्टर हूं, समाज का शिक्षित हिस्सा हूं। अगर मेरी बेटी की सुरक्षा नहीं हो सकती, तो आम नागरिक की कैसे होगी? ये प्रशासन नाकाम है। ऐसे लोग अपने पदों से इस्तीफा क्यों नहीं देते?”
उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल को NCRB रिपोर्ट में ‘सबसे सुरक्षित राज्य’ बताया गया है, लेकिन यह किस आधार पर है, यह सवालिया है। “हम इस रिपोर्ट को चुनौती देंगे।”
NCRB रिपोर्ट पर सवाल
वहीं दूसरी ओर, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल को देश का सबसे सुरक्षित राज्य बताया गया है। लेकिन पीड़िता के परिवार का दावा है कि ये आंकड़े जमीनी हकीकत से कोसों दूर हैं।

“हर दिन महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है और फिर भी ये राज्य नंबर 1 है? रिपोर्ट कौन बना रहा है और किस दबाव में?” — पीड़िता के पिता।
राजनीतिक बहस भी गर्म
इस केस ने एक बार फिर TMC सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है और महिला सुरक्षा को लेकर CM ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठा रहा है।
क्या मिलेगा न्याय?
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि राज्य सरकार और प्रशासन क्या कदम उठाएंगे? क्या पीड़िता को इंसाफ मिलेगा या ये केस भी बाकी मामलों की तरह फाइलों में दब जाएगा?